नई दिल्ली: फिल्म 'ब्लैकमेल (Blackmail)' को अगर डार्क कॉमेडी कहा जाए तो गलत नही होगा. इस फिल्म में इरफान खान ने अपने उम्दा अभिनय से सबको एक बार फिर चौंका दिया है. इरफान ने एक बार फिर दिखा दिया है कि एक्टिंग के मामले में उनसे मुकाबला करना आसान नही है. आपको बता दें कि इरफान (Irrfan Khan) फिलहाल लंदन में अपना इलाज करा रहे हैं.
फिल्म 'ब्लैकमेल' में इरफान ने देव नाम व्यक्ति का किरदार निभाया है. जो दशर्कों के दिलों में घर कर जाता है, लेकिन एक बार फिर इरफान खान की फिल्म में वही कमी देखने को मिली जो ‘करीब करीब सिंगल’ में मौजूद थी. फिल्म का खराब ट्रीटमेंट. फिल्म की कहानी काफी अच्छी थी, लेकिन इसे ज्यादा खींच दिया गया. कई कहानियां और कैरेक्टर बीच में आते तो हैं लेकिन वह अपने मुकाम तक पहुंच नहीं पाते. फिल्म में इरफान खान, कीर्ति, अरुणोदय और ओमी हैं और सभी ने ही अच्छी एक्टिंग की है, लेकिन फिल्म की लम्बाई अगर थोड़ी कम होती तो ज्यादा ठीक रहता.
फिल्म की कहानी देव (इरफान) के आसपास घूमती है. जो एक टिश्यू पेपर कंपनी में काम करता है और अकसर ऑफिस में ही समय बिताता है. बीवी और उसके बीच में कोई लगाव नहीं है. देव की पत्नी का अपने पुराने प्रेमी के साथ रिलेशन है. एक दिन दोस्त के कहने पर पत्नी को सरप्राइज देने आए देव की दुनिया ही हिल जाती है. देव पत्नी को उसके प्रेमी अरुणोदय के साथ देखता है, और उसका वजूद ही हिल जाता है. फिर वह पत्नी के प्रेमी को ब्लैकमेल करता है, लेकिन एक के बाद एक कैरेक्टर बीच में आते जाते हैं, और कहानी काफी दिलचस्प होती जाती है. लेकिन स्क्रिप्ट में लोचा यहीं सामने आता है. क्राइम होते जाते हैं, कत्ल हो जाता है, लेकिन मामले बहुत आसानी से निबटते जाते हैं. ओमी वैद्य का कैरेक्टर थोड़ा ठूंसा हुआ लगता है, और काफी थकाने वाला हो जाता है. कहानी थोड़ी टाइट होती और थ्रिलर पॉइंट को कायम रखा जाता तो फिल्म जबरदस्त हो सकती थी. फिल्म कई सवालों के जवाब देने से चूक जाती है. अभिनय खराब ट्रीटमेंट और कछुआ चाल स्टोरी के जरिये अच्छी-खासी रेसिपी को बिगाड़कर रख दिया. अभिनय इससे पहले ‘गेम’ और ‘डेल्ही बैली’ बना चुके हैं.
एक्टिंग के मामले में सभी एकटर कमाल के हैं, लेकिन इरफान ऐसे एक्टर हैं जो परदे पर आते हैं तो बिना कहे भी काफी कुछ कह जाते हैं. उनकी डायलॉग डिलीवरी, एक्सप्रेशंस और बॉडी लैंग्वेज सभी कमाल के हैं, वे अपने दौर के बेहतरीन कलाकारों में से हैं. कीर्ति का रोल भी ठीक है. लेकिन अरुणोदय ने एक बार फिर अच्छी एक्टिंग की है और दिव्या दत्ता और उनके सीन बहुत मजा देते हैं. ओमी वैद्य का वही एनआरआई वाला अंदाज नजर आता है, लेकिन उनके सीन कुछ ठूंसे हुए से नजर आते हैं, और कई बार तो बहुत बोरिंग हो जाते हैं.
इरफान की ‘ब्लैकमेल’ का बजट लगभग 20 करोड़ रु. बताया जाता है, इस तरह फिल्म लो बजट है और डार्क कॉमेडी है. फिल्म में व्हॉट्सऐप जोक्स हैं और कई सीन बहुत मजेदार हैं. इरफान खान को बार-बार देखने का मन करता है. दिव्या-अरुणोदय के सीन भी मजेदार हैं, बस इरफान के ऑफिस के सीन थोड़े ठूंसे से लगते हैं, और काफी ज्यादा रिपीटीशन दिखता है. लेकिन इरफान खान की एक्टिंग की खातिर फिल्म एक बार देखी जा सकती है.
रेटिंगः2.5 स्टार
डायरेक्टरः अभिनय देव
कलाकारः इरफान खान, कीर्ति कुल्हारी, दिव्या दत्ता, अरुणोदय सिंह और ओमी वैद्य